Nestlé का CEO बदल गया, अब Philip Navratil हैं नए CEO

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Nestlé CEO Laurent Freixe resigning, FMCG industry impact

Nestlé ने हाल ही में बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने अपने सीईओ लॉरेंट फ्रीक्स को पद से हटा दिया। जांच में पता चला कि उनका अपनी टीम की एक जूनियर कर्मचारी के साथ रिलेशन था। इस रिश्ते की जानकारी उन्होंने कंपनी से छिपाई थी। यह नेस्ले की पॉलिसी और आचार संहिता का उल्लंघन माना गया। इसी वजह से कंपनी ने तुरंत उन्हें पद से हटाने का फैसला लिया।

लॉरेंट फ्रीक्स करीब 40 साल से नेस्ले के साथ जुड़े हुए थे। उन्हें सितंबर 2024 में सीईओ बनाया गया था। लंबे समय तक कंपनी के साथ रहने और अनुभव के बावजूद नियम तोड़ने की वजह से उन्हें अपना पद गंवाना पड़ा।

फ्रीक्स के हटने के बाद नेस्ले ने फिलिप नवरातिल को नया सीईओ नियुक्त किया है। नवरातिल ने 2001 में कंपनी जॉइन की थी। उन्होंने कई देशों में काम किया और स्टारबक्स व नेस्कैफे जैसे ब्रांड्स को ग्लोबल स्तर पर लीड किया। पिछले साल वह नेस्प्रेसो के सीईओ बने और इस साल एग्जीक्यूटिव बोर्ड का हिस्सा भी बने। अब वह दुनिया की सबसे बड़ी FMCG कंपनियों में से एक का नेतृत्व करेंगे।

यह कदम दिखाता है कि बड़ी कंपनियाँ भी अपने टॉप मैनेजमेंट में नियम और ईमानदारी पर कोई समझौता नहीं करतीं। लॉरेंट फ्रीक्स का मामला बताता है कि चाहे पद कितना भी बड़ा क्यों न हो, कंपनी की पॉलिसी तोड़ने पर सख्त कार्रवाई हो सकती है।

Nestlé ने अपने CEO Laurent Freixe को क्यों हटाया?

Laurent Freixe, जो लंबे समय से नेस्ले में काम कर रहे थे, को हाल ही में कंपनी ने पद से हटा दिया। जांच में पता चला कि उनका अपनी टीम की एक जूनियर कर्मचारी के साथ रोमांटिक रिलेशन था, और उन्होंने इस बारे में कंपनी को नहीं बताया। यह नेस्ले की आचार संहिता और पॉलिसी का उल्लंघन माना गया।

करीब 40 साल कंपनी के साथ जुड़ने और सितंबर 2024 में CEO बनने के बावजूद, नियमों के उल्लंघन के कारण उन्हें पद से हटाया गया। यह कदम साफ संदेश देता है कि नेस्ले अपने टॉप मैनेजमेंट में भी प्रोफेशनलिज़्म और नियमों का पालन अनिवार्य मानती है।

फ्रीक्स के हटने के बाद फिलिप नवरातिल को नया CEO नियुक्त किया गया है। नवराटिल ने 2001 में नेस्ले जॉइन किया था और विभिन्न देशों में कंपनी के प्रोजेक्ट्स और ब्रांड्स को लीड किया है। अब वह कंपनी की बागडोर संभालेंगे और Nestle की रणनीति और विकास को आगे बढ़ाएंगे।

Philip Navratil new Nestlé CEO leadership transition

Laurent Freixe’s Nestlé में 40 साल का करियर :

1986 में एक युवा पेशेवर ने FMCG इंडस्ट्री में कदम रखा और कंपनी के मार्केटिंग और सेल्स विभाग में काम करना शुरू किया। समय के साथ उन्होंने यूरोप, लैटिन अमेरिका और मेक्सिको में महत्वपूर्ण पदों पर जिम्मेदारियां संभाली और कंपनी के ब्रांड्स और उत्पादों को विकसित करने में अहम भूमिका निभाई।

2003 में उन्हें हंगरी में कंपनी का सीईओ बनाया गया और 2007 में इबेरियन क्षेत्र के सीईओ के रूप में कार्य किया। इसके अलावा उन्होंने स्टारबक्स और नेस्कैफे जैसे बड़े ब्रांड्स को ग्लोबल स्तर पर लीड किया।

2024 में उन्हें कंपनी का CEO बनाया गया। करीब 40 साल के लंबे करियर में उन्होंने कई चुनौतियों का सामना किया और कंपनी की रणनीति, मार्केटिंग और विकास को मजबूत किया।

हालांकि हाल ही में उन्हें पद से हटाया गया, लेकिन उनके वर्षों का अनुभव और योगदान उद्योग में यादगार रहेगा। इस लंबे करियर ने यह दिखाया कि पेशेवर जीवन में मेहनत, अनुभव और नेतृत्व कितना महत्वपूर्ण होता है।

Philip Navratil कौन हैं, जो अब नेस्ले के नए CEO बने हैं?

Philip Navratil ने 2001 में नेस्ले में इंटरनल ऑडिटर के रूप में अपना करियर शुरू किया। उन्होंने मेहनत और अनुभव के दम पर धीरे-धीरे कंपनी के विभिन्न देशों और विभागों में महत्वपूर्ण पदों पर काम किया।

नवरातिल ने सेंट्रल अमेरिका और मेक्सिको में सीनियर लेवल पर जिम्मेदारियां संभाली और कंपनी के कॉफी और बेवरेज बिजनेस को लीड किया। उन्होंने स्टारबक्स और नेस्कैफे जैसे बड़े ब्रांड्स को ग्लोबली मैनेज करने में भी अहम योगदान दिया।

पिछले साल उन्हें नेस्प्रेसो का CEO बनाया गया और इस साल जनवरी में एग्जीक्यूटिव बोर्ड का हिस्सा भी बने। उनके अनुभव और नेतृत्व क्षमता ने उन्हें कंपनी का नया CEO बनने के लिए उपयुक्त बनाया।

अब फिलिप नवरातिल नेस्ले की बागडोर संभालेंगे। उनका काम कंपनी की रणनीति को मजबूत करना और नेस्ले को वैश्विक FMCG इंडस्ट्री में और सफलता दिलाना होगा।

Nestlé executive exit affecting global FMCG trends

Other CEOs Who Lost Jobs Over Workplace Romance :

कुछ बड़े कंपनियों के CEOs को वर्कप्लेस रोमांस के कारण अपनी नौकरी गंवानी पड़ी है। जब वरिष्ठ अधिकारी अपने साथी कर्मचारियों के साथ रोमांटिक रिलेशन में होते हैं और इसे कंपनी से छिपाते हैं, तो इसे गंभीर पॉलिसी उल्लंघन माना जाता है।

उदाहरण के लिए, 2023 में बीपी के CEO बर्नार्ड लूनी को इसी कारण पद से हटना पड़ा। उन्होंने अपने जूनियर कर्मचारी के साथ रिलेशन की जानकारी कंपनी से नहीं दी थी। इसी तरह, 2019 में मैकडॉनल्ड के CEO स्टीव ईस्टरबुक को भी नौकरी छोड़नी पड़ी। उनके मामले में भी कंपनी ने पाया कि उन्होंने साथी कर्मचारी के साथ संबंध छिपाया था।

ये उदाहरण दिखाते हैं कि वर्कप्लेस रोमांस सिर्फ व्यक्तिगत मामला नहीं होता। इसका असर कंपनी की पॉलिसी, आचार संहिता और प्रोफेशनलिज़्म पर पड़ता है।

कंपनियां अपने टॉप मैनेजमेंट में भी पारदर्शिता और प्रोफेशनल व्यवहार को बहुत गंभीरता से लेती हैं। ऐसे मामलों में केवल चेतावनी नहीं, बल्कि सस्पेंशन या नौकरी से हटाना जैसी सख्त कार्रवाई भी की जा सकती है।

Nestlé ने अपने Official Statement में क्या कहा?

Nestlé ने अपने CEO लॉरेंट फ्रीक्स के हटने पर आधिकारिक बयान जारी किया। बयान में कंपनी ने कहा कि यह कदम एक आंतरिक जांच के बाद लिया गया। जांच में पता चला कि फ्रीक्स का अपनी डायरेक्ट सबऑर्डिनेट (PA) के साथ रोमांटिक रिलेशन था और उन्होंने इसकी जानकारी कंपनी से नहीं दी। यह नेस्ले की आचार संहिता और नियमों का उल्लंघन माना गया।

कंपनी के अध्यक्ष पॉल बल्के और स्वतंत्र निदेशक पाब्लो इस्ला ने इस मामले की जांच की। बयान में कहा गया कि यह निर्णय आवश्यक था और कंपनी के मूल्य और नियमों को बनाए रखने के लिए लिया गया। नेस्ले ने लॉरेंट फ्रीक्स की 40 साल की सेवा के लिए उनका धन्यवाद भी किया।

बयान में यह भी बताया गया कि फ्रीक्स को बर्खास्त किया गया है और उन्हें कोई एग्जिट पैकेज नहीं मिलेगा। इसके बाद फिलिप नवरातिल को नया CEO बनाया गया है। नवरातिल पहले नेस्प्रेसो के CEO रह चुके हैं और कंपनी में लंबे समय से अहम भूमिका निभा रहे हैं।

नेस्ले के इस बयान से यह साफ संदेश जाता है कि कंपनी अपने टॉप मैनेजमेंट में भी पारदर्शिता और नियमों का पालन बहुत गंभीरता से लेती है।

Impact of CEO Exit on Nestlé and FMCG Industry :

एक बड़े CEO का अचानक पद छोड़ना किसी भी कंपनी के लिए बड़ा असर डालता है। नेस्ले के CEO लॉरेंट फ्रीक्स के हटने से कंपनी और FMCG उद्योग दोनों पर असर पड़ा है। इस तरह की घटना से निवेशकों और बाजार में अस्थिरता आ सकती है। साथ ही, स्टॉक मार्केट, ब्रांड इमेज और कर्मचारियों के मनोबल पर भी प्रभाव पड़ता है।

फ्रीक्स के जाने के बाद फिलिप नवरातिल को नया CEO बनाया गया है। अब वह कंपनी की रणनीति और विकास को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी संभालेंगे। नए नेतृत्व के साथ कंपनी को स्थिरता और भरोसा बनाए रखना होगा।

FMCG इंडस्ट्री में यह घटना अन्य कंपनियों के लिए चेतावनी भी है। यह दिखाती है कि चाहे कोई पद कितना भी ऊँचा हो, आचार संहिता और नियमों का पालन करना हर स्तर पर जरूरी है। कंपनियों को पारदर्शिता और प्रोफेशनलिज़्म बनाए रखना चाहिए।

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